बेटी की इज्जत की लड़ाई में खड़े होने पर भाजपा नेताओं
“बेटी की इज्जत की लड़ाई में खड़े होने पर भाजपा नेताओं पर मुकदमा, कांग्रेस की नीति-नियत दोनों बेनकाब” — बलदेव तोमर
नाहन: प्रदेश में हाल ही में सामने आए हिंदू लड़की के अपहरण के मामले में कांग्रेस सरकार की भूमिका पर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। भाजपा प्रवक्ता और पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने प्रेस को जारी अपने बयान में कांग्रेस पर पक्षपात और अपराधियों का संरक्षण देने का आरोप लगाया।
तोमर ने कहा कि यह कोई सामान्य मामला नहीं था। एक मुस्लिम युवक द्वारा एक हिंदू बेटी को बहला-फुसलाकर अगवा किया गया। कई दिन बीतने के बावजूद पुलिस निष्क्रिय रही, लेकिन जब समाज के लोगों ने संगठित होकर आवाज़ उठाई, तब जाकर लड़की बरामद हो सकी।
“जो आवाज़ उठाए, उस पर केस — यही है कांग्रेस की न्याय नीति”
तोमर ने कहा कि भाजपा नेताओं डॉ. राजीव बिंदल और सुखराम चौधरी ने पीड़ित परिवार और स्थानीय जनता की भावनाओं को शांतिपूर्ण ढंग से दिशा देने का प्रयास किया, लेकिन इसके बदले कांग्रेस सरकार ने उनके खिलाफ हत्या के प्रयास जैसी संगीन धाराएं लगा दीं। उन्होंने पूछा कि क्या अब प्रदेश में बेटी के लिए न्याय मांगना भी गुनाह है?
“हर्षवर्धन चौहान की टिप्पणी शर्मनाक, यह प्रेम नहीं अपहरण था”
तोमर ने उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की उस टिप्पणी पर भी नाराज़गी जताई, जिसमें उन्होंने इस घटना को “दो युवाओं का आपसी प्रेम” करार दिया था। तोमर ने कहा कि यह बयान न सिर्फ पीड़ित परिवार का अपमान है, बल्कि यह दर्शाता है कि कांग्रेस किस हद तक अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए समाज की बेटियों की इज्जत दांव पर लगा सकती है।
“जनता अब पूछ रही है — बेटी बचाओ कहां गया?”
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस सरकार अब इस पूरी घटना को “राजनीतिक साज़िश” बताने की कोशिश कर रही है, जबकि हकीकत यह है कि अगर भाजपा नेताओं ने समय पर हस्तक्षेप न किया होता, तो लड़की शायद ही वापस मिलती।
उन्होंने कहा कि भाजपा इस अन्याय को चुपचाप नहीं स्वीकारेगी। पार्टी कानूनी, सामाजिक और राजनीतिक हर स्तर पर इस तुष्टिकरण के खिलाफ आवाज़ बुलंद करेगी। यदि जरूरत पड़ी, तो जनआंदोलन छेड़ा जाएगा।
“यह लोकतंत्र नहीं, अपराधियों का संरक्षण है”
तोमर ने सरकार को चेताते हुए कहा कि लोकतंत्र में पीड़ित के साथ खड़ा होना अपराध नहीं है। अगर ऐसा है, तो यह प्रदेश के भविष्य के लिए खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब जनता खुद कांग्रेस से पूछे — “बेटी बचाओ का नारा कहां गया? या वो भी एक चुनावी जुमला था?”