वर्तमान सरकार किसान विरोधी, ट्यूबवेल बिजली दरों में बढ़ोतरी से टूटी किसानों की कमर: सुखराम चौधरी
वर्तमान सरकार किसान विरोधी, ट्यूबवेल बिजली दरों में बढ़ोतरी से टूटी किसानों की कमर: सुखराम चौधरी
पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं विधायक सुखराम चौधरी ने आज एक प्रेस नोट जारी कर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान कांग्रेस सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है और अपनी 10 झूठी गारंटियों के दम पर सत्ता में आई है।
सुखराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में खरीफ सीजन की शुरुआत के साथ ही सरकार ने किसानों की कमर तोड़ने का काम किया है। उन्होंने बताया कि पहले जहां सिंचाई के लिए ट्यूबवेल की बिजली दर 30 पैसे प्रति यूनिट थी, वहीं अब उसे बढ़ाकर ₹4.05 प्रति यूनिट कर दिया गया है। चौधरी ने इसे किसानों के साथ अन्याय बताया और कहा कि यह बढ़ोतरी बेहद क्रूर और असंवेदनशील निर्णय है।
उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व की जयराम ठाकुर सरकार ने किसानों को राहत देते हुए बिजली दर 1 रुपये से घटाकर 30 पैसे प्रति यूनिट की थी, जिससे किसानों को सीधा लाभ हुआ था। लेकिन मौजूदा सुखविंदर सिंह सरकार ने इस फैसले को पलटते हुए किसानों के हितों को गहरी चोट पहुंचाई है।
सुखराम चौधरी ने सिंचाई नहरों की बदहाली का मुद्दा भी उठाया और कहा कि किसान अब ट्यूबवेल पर निर्भर होकर फसल उगाते हैं, लेकिन सरकार की नीति उन्हें तबाह कर रही है। उन्होंने हाल ही में पांवटा साहिब तहसील में गेहूं की फसल में लगी आग का ज़िक्र करते हुए कहा कि कई किसानों की पूरी फसल जलकर राख हो गई, लेकिन न तो कोई सरकारी नुमाइंदा मौके पर पहुंचा और न ही प्रशासन ने किसानों की सुध ली।
उन्होंने कहा कि किसान आज भी सरकार से मुआवजे की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सरकार चुप्पी साधे बैठी है। चौधरी ने कहा कि इन सभी मामलों से स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार को किसानों की चिंता नहीं है और यह सरकार केवल दिखावे का किसान प्रेम दिखा रही है।