बिगड़ गए कच्ची ढांग पर हालात,वाहन चलाना हुआ कठिन
सरकार से मोती पगार लेने वाले अधिकारी चुप
1 महीने में 500 से अधिक वाहन चालक कच्ची ढांग में फिसले
बारिश गई और आफत छोड़ गई दरअसल जिला सिरमौर में बीते रोज बारिश के तांडव ने कोहराम मचाया था, कई सड़के अवरुद्ध हुई, तो जल भराव से आम जनमानस परेशान रहा था, तो वहीं अब नेशनल हाईवे 707 पर भी कच्ची ढांग के समीप हालात बाद से बदतर हो गए हैं, यहां पैदल चलना भी खतरे से काम नहीं है।
शुक्रवार क्षेत्र के युवाओं द्वारा मीडिया को जानकारी साझा करते हुए बताया कि, यहां पर छोटे और बड़े वाहन चलाना अब खतरे से काम नहीं है,लोगों के लाख बार कहने के बावजूद भी प्रशासन और काम कर रही कंपनियों ने यहां का कोई समाधान नहीं किया, यहां पर पहले भी हालत खराब थे लेकिन अब बारिश के बाद तो हालत इतनी खराब हो गए हैं कि, सड़क को देखकर भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं, यहां वाहन चलना तो छोड़िए पैदल चलना भी लोगों को खतरे से काम नहीं है।
बताते चलें कि रोजाना सैकड़ो की तादाद में लोग शिलाई विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न पंचायत के लोग पांवटा साहिब आगमन करते हैं, रोजाना सैकड़ो छात्र कॉलेज के लिए आते हैं लेकिन आप यहां पर हालत बिगड़ने की वजह से सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
उधर सूत्र यह भी बताते हैं कि सरकार से मोटी-मोटी पगार लेने वाले अधिकारी अपने दफ्तर में आराम फरमा रहे हैं, एक महीने से अभी तक काम कर रही कंपनी को कोई सस्ता आदेश नहीं दिए की, कच्ची ढंग का समाधान किया जाए, ये वही कच्ची ढांग है जहां पर पिछले एक दशक से कई बार लैंडस्लाइड हो चुके हैं, दो-दो हफ्ते सड़क बंद रह चुकी है लेकिन फिर भी projector director कोई ध्यान नहीं दे रहा है,उनकी लापरवाही और की कामयाजा क्षेत्र के हजारों लोग भुगत रहे हैं, लोगों का कहना है कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड कर देना चाहिए क्योंकि पिछले एक महीने में कच्ची ढांग में लगभग सैकड़ो बाइक चालक गिरकर चोटिला भी हो चुके हैं।
आपको यह भी बता दें कि बीते रोज भी
जिला सिरमौर का पांवटा साहिब शिलाई गुम्मा नेशनल हाईवे 707 पर वीरवार सुबह बाद भारी भूस्खलन होने से बंद हो गया है। सतौन के पास अवरूद्ध हुए एनएच से कई घंटे तक लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मिट्टी हटाने के लिए लगाई गई मशीनें
सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं, हालांकि एनएच को बहाल करने के लिए तीन बजे के आसपास मशीन लगाई गई। जिसके बाद सड़क को बहाल कर दिया गया। बताया जा रहा है कि सतौन से एक किलोमीटर आगे कई पेड़ और मिट्टी का ढेर खिसकते हुए सड़क पर आ गिरे। इससे सड़क को भारी नुकसान हुआ है।
सड़क किनारे लगे पैरापिट भी भूस्खलन की चपेट में आ गए। सड़क बंद होने की सूचना निर्माणाधीन कंपनी के अधिकारियों को दी गई। इसके बाद सड़क को बहाल करने के लिए मशीनरी मौके पर भेजी गई। बता दें कि पांवटा साहिब शिलाई गुम्मा एनएच का निर्माण कार्य प्रगति पर है।