शिवा स्टोन क्रेशर ने सरकारी स्कूल के बच्चों को ट्रैकसूट वितरित किए, लेकिन शौचालय की समस्या बनी गंभीर चिंता
बच्चों को मिल रहा दानदाताओं का सहयोग, लेकिन मूलभूत सुविधाओं का अभाव चिंताजनक
बांगरन, 27 फरवरी 2025: शिक्षा को बढ़ावा देने और सरकारी स्कूलों के बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए शिवा स्टोन क्रेशर बांगरन के संचालक द्वारा राजकीय प्राथमिक पाठशाला जाजली भेड़ेवाली के सभी 35 छात्र-छात्राओं को ट्रैकसूट वितरित किए गए। यह कदम न केवल बच्चों के लिए राहत भरा है बल्कि उन दानदाताओं की सराहना करने योग्य भी है, जो सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
इससे पहले, हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने भी इसी विद्यालय के बच्चों को स्वेटर वितरित किए थे। विद्यालय के प्रभारी मनीष कुमार ने ट्रैकसूट वितरण के लिए शिवा स्टोन क्रेशर संचालक का विशेष आभार व्यक्त किया और इसे बच्चों के लिए एक प्रेरणादायक पहल बताया। उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह समाज के लोग आगे आकर सरकारी स्कूलों की मदद करते रहे तो सरकारी विद्यालयों की स्थिति और अधिक मजबूत होगी।
सरकारी विद्यालयों में नामांकन के लिए की गई अपील
विद्यालय प्रभारी मनीष कुमार ने इस अवसर पर सभी अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में प्रवेश दिलाने पर विचार करें। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में अब पहले की तुलना में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं और परीक्षा परिणामों के मामले में भी सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से पीछे नहीं हैं। उन्होंने बताया कि यदि अभिभावक और शिक्षक मिलकर बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें, तो सरकारी विद्यालयों के नतीजे और भी बेहतर हो सकते हैं।
शौचालय की गंभीर समस्या, बच्चे खुले में जाने को मजबूर
हालांकि, विद्यालय में बुनियादी सुविधाओं की कमी बच्चों की परेशानी का कारण बनी हुई है। विद्यालय में शौचालय की समस्या लंबे समय से बनी हुई है, जिसे लेकर कई बार शिक्षा विभाग और प्रशासन से शिकायत की गई। शौचालय निर्माण के लिए आवश्यक दस्तावेज विभाग को भेजे गए हैं, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।
विद्यालय में पर्याप्त कमरे और रसोईघर की सुविधा तो उपलब्ध है, लेकिन शौचालय के अभाव में बच्चों को जंगल में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जहां विषैले जीव-जंतुओं का खतरा हमेशा बना रहता है। यह स्थिति न केवल असहज बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है।
स्वच्छ भारत अभियान की विफलता?
भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा दिया जा रहा है, लेकिन राजकीय प्राथमिक पाठशाला जाजली भेड़ेवाली में शौचालय न होने की स्थिति इस अभियान की विफलता को दर्शाती है। कई बार यह मामला सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर उठाया गया, लेकिन प्रशासन आज तक इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज करता आ रहा है।
विद्यालय प्रशासन और स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इस समस्या का समाधान जल्द नहीं किया गया और किसी बच्चे के साथ कोई अनहोनी घटना घटित होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग और प्रशासन की होगी।
स्थानीय लोगों और प्रशासन से अपील
विद्यालय प्रशासन, स्थानीय लोग और अभिभावकों ने सरकार और प्रशासन से शीघ्र अति शीघ्र इस समस्या के समाधान की मांग की है। बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शौचालय निर्माण को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए ताकि बच्चों को खुले में जाने की मजबूरी से बचाया जा सके।