सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों की प्रस्तुतियों पर झूमे लोग

गुरु की नगरी पांवटा साहिब में होला मोहल्ला मेले की धूम, सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों की प्रस्तुतियों पर झूमे लोग

पांवटा साहिब में होला मोहल्ला पर्व बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर नगर परिषद द्वारा 14 से 22 मार्च तक भव्य मेले का आयोजन किया गया है। मेले में कई धार्मिक, सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें तीन विशेष सांस्कृतिक संध्याएं भी शामिल हैं। इन संध्याओं में स्थानीय और बाहरी कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं।

सांस्कृतिक संध्या का हुआ भव्य शुभारंभ

दूसरी सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि पुलिस कप्तान द्वारा ज्योति प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद मंच पर हिंदी, पंजाबी और पहाड़ी गीतों का ऐसा रंग बिखरा कि दर्शक झूमने पर मजबूर हो गए।

कार्यक्रम की शुरुआत सिरमौर आइडल के चार प्रतिभागियों द्वारा दी गई शानदार प्रस्तुतियों से हुई। उन्होंने अपनी मधुर आवाज और सुरों से कार्यक्रम की शाम को यादगार बना दिया। इसके बाद शिमला के युवा कलाकार अरुण जस्ता ने पहाड़ी गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। उनके गानों पर लोग झूम उठे और पूरा माहौल संगीतमय हो गया।

स्टार कलाकार दिलीप सिरमौरी की प्रस्तुति ने बांधा समां

कार्यक्रम का सबसे आकर्षण का केंद्र रहे स्टार कलाकार दिलीप सिरमौरी, जिन्होंने अपनी बेहतरीन गायकी से ऐसा समां बांधा कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। उनके पहाड़ी गीतों की धुन पर लोग झूमने लगे और पूरे पंडाल में उत्साह का माहौल बन गया।

इतना ही नहीं, नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और उनकी टीम भी खुद को रोक नहीं पाई और दर्शकों के साथ नाचने लगी। इस दौरान दिलीप सिरमौरी ने सुंदर हारून गीत गाकर समां बांध दिया और युवाओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।

मेले में श्रद्धालुओं और दर्शकों की उमड़ी भीड़

होला मोहल्ला मेले में न सिर्फ स्थानीय लोग बल्कि दूर-दूर से आए श्रद्धालु भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। मेले में दिनभर धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ सांस्कृतिक और मनोरंजक गतिविधियां भी हो रही हैं, जिससे पूरा शहर मेले के रंग में रंगा हुआ नजर आ रहा है।

नगर परिषद द्वारा मेले की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क है।

यह मेला सिख परंपराओं, सांस्कृतिक विरासत और आपसी भाईचारे का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों से जहां श्रद्धालु अपनी धार्मिक आस्था को मजबूत करते हैं, वहीं स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतरीन मंच मिलता है।

मेले में आगे क्या रहेगा खास?

होला मोहल्ला मेले में आने वाले दिनों में और भी कई खास कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। तीसरी सांस्कृतिक संध्या में और बड़े कलाकारों की प्रस्तुतियां होने वाली हैं, जिससे मेले का रंग और भी गहरा होगा। साथ ही धार्मिक कार्यक्रमों में भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।

पांवटा साहिब में आयोजित यह मेला हर साल की तरह इस बार भी ऐतिहासिक और यादगार बनता जा रहा है। लोग उल्लास और श्रद्धा के साथ मेले का आनंद ले रहे हैं और कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियों का लुत्फ उठा रहे हैं।