सिरमौर के भगानी जॉन में अवैध खनन का बोलबाला
सिरमौर के भगानी जॉन में अवैध खनन का बोलबाला, विभाग की चुप्पी पर उठे सवाल — ‘टाइम पास बाबू’ बना चर्चा का विषय
सिरमौर जिला के भगानी क्षेत्र में अवैध खनन अब बेकाबू होता जा रहा है। यमुना नदी की छाती को छलनी करते हुए खनन माफिया बेखौफ होकर दिन-रात रेत, बजरी और पत्थरों का दोहन कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि यह सब कुछ प्रशासन की आंखों के सामने हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार क्षेत्रीय गतिविधियों पर निगरानी रखने का दायित्व निभा रहा है, ‘टाइम पास बाबू’ कोई ध्यान नहीं दे रहा है ग्रामीणों का आरोप है कि यह बाबू फील्ड में काम करने के बजाय केवल ‘सेटलमेंट’ में व्यस्त रहते हैं और जमीनी हालात से कोई वास्ता नहीं रखते।
करीब एक माह पूर्व भगानी के ग्रामीणों ने अवैध खनन के विरोध में प्रदर्शन भी किया था। उस दौरान विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई थी और चेतावनी दी गई थी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो मामला उच्च स्तर तक पहुंचाया जाएगा।
अब ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार तक पहुंचने की ठानी है। अवैध खनन की वीडियो फुटेज मंत्री को भेज दी गई है और सरकार जनता के द्वारा कार्यक्रम में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराने की भी तैयारी हो चुकी है।
जनता का सवाल — आखिर कब जागेगा प्रशासन?
लोगों का कहना है कि यदि यही हाल रहा तो प्राकृतिक संसाधनों का नाश तो होगा ही, साथ ही सरकार की साख पर भी प्रश्नचिन्ह लगेगा। ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए, ताकि अवैध खनन पर प्रभावी रोक लग सके। खासकर की टाइम पास बाबू पर।
सूत्र बताते हैं सरकार जनता के द्वारा कार्यक्रम को लेकर पांवटा जॉन में सभी क्रशर संचालकों को बंद करने का आदेश दिए गए और यहां पर ईमानदारी से सभी क्रशर संचालक पालन भी करते हुए नजर आ रहे हैं।
लेकिन सवाल यह है कि दूसरे और क्यों पालन नहीं किया जा रहा है।