सेना की निष्ठा पर सवाल नहीं सहेगा देश: प्रदीप चौहान का तीखा प्रहार
सेना की निष्ठा पर सवाल नहीं सहेगा देश: प्रदीप चौहान का तीखा प्रहार
पांवटा साहिब के मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने एक प्रेस बयान में भारतीय सेना को लेकर हाल ही में दिए गए राजनीतिक बयानों पर कड़ा ऐतराज़ जताया है। उन्होंने कहा कि पूरा देश सैनिकों के सम्मान और बलिदान के साथ खड़ा है, खासकर ऐसे समय में जब भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव में हमारी सेना ने अपनी जान जोखिम में डालकर देश की रक्षा की और दुश्मन को करारा जवाब दिया।
चौहान ने कहा कि यह अत्यंत निंदनीय है कि एक केंद्रीय मंत्री के विवादित बयान के बाद अब मध्यप्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ने यह कहकर कि “भारतीय सेना और सैनिक प्रधानमंत्री मोदी के चरणों में नतमस्तक हैं”, न केवल सेना की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि संविधान में निहित उसकी तटस्थता का भी अपमान किया है।
उन्होंने दोहराया कि भारतीय सेना एक गैर-राजनीतिक, पेशेवर और राष्ट्र को समर्पित संस्था है, जो हर परिस्थिति में अपने साहस, पराक्रम और समर्पण से देश का गौरव बढ़ाती रही है। सेना को किसी राजनीतिक दल या नेता से जोड़ना एक बेहद घृणित मानसिकता को दर्शाता है।
प्रदीप चौहान ने सवाल उठाया कि इस तरह के घटिया बयानों पर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि क्या यह उनकी मौन सहमति है? यदि नहीं, तो इन बयानवीरों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? उन्होंने कहा कि ऐसे बयान न केवल सेना का अपमान हैं, बल्कि राष्ट्र की अस्मिता के साथ भी खिलवाड़ हैं, जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।