माजरा प्रकरण में प्रशासन की सतर्कता से टला तनाव
माजरा प्रकरण में प्रशासन की सतर्कता से टला तनाव, बिंदल की सियासी स्क्रिप्ट धरी की धरी रह गई : प्रदीप चौहान”
पांवटा साहिब,
सिरमौर जिले के माजरा थाना क्षेत्र में युवक-युवती के संवेदनशील प्रकरण को लेकर उपजे तनाव को जिला प्रशासन ने सूझबूझ से संभाल लिया, लेकिन भाजपा नेता डॉ. राजीव बिंदल की राजनीतिक कोशिशें नाकाम रहीं। कांग्रेस नेता प्रदीप चौहान ने इस प्रकरण पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “जो लोग आग में घी डालना चाहते थे, उनकी साजिशें प्रशासन की मुस्तैदी ने नाकाम कर दी हैं।”
चौहान ने पांवटा साहिब के एसडीएम गुंजित सिंह चीमा, डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर और जिला पुलिस प्रशासन की खुलकर तारीफ करते हुए कहा कि
“इन अधिकारियों की सतर्कता, गंभीरता और त्वरित कार्रवाई की बदौलत ही माजरा का मामला बिना किसी बड़ी अप्रिय घटना के सुलझ गया है।”
उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की एकजुट मेहनत थी जिसने इलाके की शांति को बनाए रखा, लेकिन डॉ. बिंदल जैसे नेता उस शांति को भंग करने की कोशिश में जुटे रहे।
“बिंदल साहब की राजनीति जनता समझ चुकी है। PPE घोटाले के दाग तो धुले नहीं, अब माजरा जैसे सामाजिक मामले को भी सियासी मंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं,” चौहान ने तीखे लहजे में कहा।
उन्होंने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया कि वे जानबूझकर सोशल मीडिया और मंचों से भड़काऊ बयानबाज़ी कर रहे हैं ताकि सिरमौर जैसे शांतिप्रिय जिले में साम्प्रदायिक तनाव फैलाया जा सके।
“लेकिन जनता सब जानती है। उन्हें विकास चाहिए, नफरत नहीं,” चौहान ने दो टूक कहा।
उन्होंने कहा कि अगर बिंदल को वास्तव में जनता की चिंता होती, तो वे PPE घोटाले के बाद राजनीति से संन्यास ले चुके होते, न कि अधिकारियों पर बेबुनियाद आरोप लगाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे होते।
“डॉ. बिंदल की सियासी स्क्रिप्ट इस बार प्रशासन ने फाड़ दी। जिस आग को वो भड़काना चाहते थे, उस पर चीमा, ठाकुर और पूरी जिला पुलिस की मेहनत ने पानी फेर दिया,” कांग्रेस नेता ने कहा।
अंत में चौहान ने चेतावनी देते हुए कहा कि जनता 2022 में जवाब दे चुकी है, और 2027 में और भी ज़ोरदार जवाब मिलेगा।
“यह जिला भाईचारे का है, नफरत की राजनीति यहां नहीं चलने वाली,” उन्होंने जोर देकर कहा।