*कांग्रेस सरकार की नाकामी पर पर्दा डालने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री को कोस रहे पीडब्ल्यूडी मंत्री: बलदेव तोमर*

*कांग्रेस सरकार की नाकामी पर पर्दा डालने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री को कोस रहे पीडब्ल्यूडी मंत्री: बलदेव तोमर*

*कहा अपने कद और उम्र के हिसाब से करे बयानबाजी*

*पीडब्ल्यूडी मंत्री का बड़बोलापन ही ले डूबेगा एक दिन उन्हें*

शिमला– भाजपा प्रवक्ता बलदेव तोमर ने पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर की गई टिप्पणी को आधारहीन और बचकाना करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए लगातार भाजपा सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है। प्रदेश के ठेकेदारों के भुगतान में देरी का ठीकरा जयराम ठाकुर पर फोड़ने का प्रयास हास्यास्पद है।

बलदेव तोमर ने कहा कि जयराम सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश में विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाया और वित्तीय अनुशासन बनाए रखा। इसके विपरीत, कांग्रेस सरकार ने केवल दो वर्षों में प्रदेश को आर्थिक संकट में धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अब तक का सबसे ज्यादा कर्ज लिया है, जो भाजपा सरकार के पूरे कार्यकाल में लिए गए कर्ज से कहीं अधिक है।

उन्होंने कहा, “पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह को जयराम ठाकुर पर टिप्पणी करने से पहले अपने पिता, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा हिमाचल प्रदेश पर छोड़े गए भारी कर्ज का हिसाब देना चाहिए। वीरभद्र सरकार के समय प्रदेश आर्थिक कंगाली के कगार पर पहुंच गया था। जयराम ठाकुर ने उस स्थिति से प्रदेश को उबारा और विकास कार्यों को गति दी।”

तोमर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के पास प्रदेश के विकास के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। ठेकेदारों का भुगतान रोकना और विकास कार्यों को ठप करना इस सरकार की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों के लिए 80 करोड़ रुपये के बजट की बात करना केवल दिखावा है, जबकि धरातल पर स्थिति बिल्कुल अलग है। छोटे ठेकेदार आज भी अपने भुगतान के लिए तरस रहे हैं।

बलदेव तोमर ने विक्रमादित्य सिंह को नसीहत देते हुए कहा कि वे अपने “उम्र और कद” के अनुसार बयानबाजी करें। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के लिए जो योगदान दिया है, उसकी तुलना विक्रमादित्य जैसे अनुभवहीन नेताओं से नहीं की जा सकती।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश की जनता के हितों को प्राथमिकता दी थी और कांग्रेस सरकार को भी बेबुनियाद आरोप लगाने के बजाय ठोस विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। हिमाचल की जनता कांग्रेस की नाकामी को देख रही है और समय आने पर जवाब देगी।