सिरमौर की जीवनरेखा को राष्ट्रीय पहचान मिले
सिरमौर की जीवनरेखा को राष्ट्रीय पहचान मिले: हाटी विकास मंच ने लोक निर्माण मंत्री को सौंपा ज्ञापन
हाटी विकास मंच, हिमाचल प्रदेश ने सोलन–राजगढ़–नौहराधार–हरीपुरधार–रोनहाट–मीनस सड़क मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग को लेकर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री विक्रमादित्य सिंह को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने इस मार्ग के महत्व को रेखांकित करते हुए इसके शीघ्र चौड़ीकरण और पुनर्निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।
ज्ञापन में कहा गया कि यह मार्ग न केवल सिरमौर जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लिए जीवनरेखा है, बल्कि उत्तराखंड राज्य से भी सीधा संपर्क स्थापित करता है। यह क्षेत्र, विशेषकर राजगढ़ उपमंडल जो “एशिया की आड़ू घाटी” के नाम से प्रसिद्ध है, फलोत्पादन और बेमौसमी सब्जियों का प्रमुख उत्पादक है। मंच का कहना है कि इस मार्ग की दयनीय स्थिति क्षेत्रीय विकास, व्यापार और आपात सेवाओं में बड़ी बाधा बन रही है।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि यह सड़क राज्य राजमार्ग-6 के तहत आती है और इसका निर्माण वर्ष 1958 से 1962 के बीच हुआ था। तब से अब तक इस मार्ग में कोई मूलभूत सुधार नहीं हुआ, जबकि यातायात और जनसंख्या का दबाव कई गुना बढ़ चुका है। खराब हालत के चलते सड़क पर दुर्घटनाएं बढ़ी हैं और लोगों की दैनिक यात्रा जोखिमभरी हो गई है।
हाटी विकास मंच ने मंत्री महोदय से आग्रह किया कि केंद्र सरकार को इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने हेतु अनुशंसा भेजी जाए। इसके साथ ही उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रक्रिया शीघ्र आरंभ करने की मांग की ताकि क्षेत्रीय सुरक्षा, सामाजिक और आर्थिक विकास को बल मिल सके।